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Monday, May 24, 2021

आजमगढ़ के मदरसों में फर्जी नियुक्तियों के मामले में विशेष जांच दल ने अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय के अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज की.

लखनऊ। उत्तर प्रदेश /सदा ए वक्त /सूत्र 
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 उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के मदरसों में फर्जी नियुक्तियों के मामले में विशेष जांच दल ने दिनांक 2 2 मई को  अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय के अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज की है. एसआईटी ने तत्कालीन रजिस्ट्रार राहुल गुप्ता और संयुक्त निदेशक शेषनाथ पांडे पर एफआईआर दर्ज की है. इसके अलावा आजमगढ़ के मुबारकपुर मदरसा जामिया नुरुल उलूम के अध्यक्ष जहीर अहमद, प्रबंधक अहमदुल्लाह को भी नामजद आरोपी बनाया है। आजमगढ़ के 20 मदरसों में शिक्षकों की फर्जी तैनाती दिखाकर सरकारी अनुदान के धन के गबन का मामला सामने आया. जांच के बाद एसआईटी ने अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय के तत्कालीन ज्वाइंट डायरेक्टर शेषनाथ पांडे, रजिस्ट्रार राहुल गुप्ता, आजमगढ़ के मदरसा जामिया नुरुल उलूम के अध्यक्ष जहीर अहमद, प्रबंधक अहमदुल्लाह के खिलाफ आईपीसी की धारा 409, 420 और 120 बी में एफआईआर दर्ज कराई है। 
एसआईटी के डीजी आरपी सिंह ने बताया कि मुबारकपुर के मदरसा जामिया नुरुल उलूम ,मदरसा अशरफिया सिराजुल उलूम नेवादा अमिलो, अरबिया दारूतालीम सोफीपुरा, बाबुल ईल्म निस्वा, जफरपुर का मदरसा अरबिया जियाउल उलूम मंदे, बम्हौर का मदरसा मदरसतुल आलिया शेख रज्जब अली, जामिया अरबिया तनवीर उल उलूम नौशहरा, अरबिया कासिमुल मगरांवा, इस्लामिया जमीअतुल कुरेश जालंधरी में शिक्षकों की फर्जी तैनाती कर सरकारी धन के गबन की पुष्टि हुई है। इस मामले में इन मदरसों के प्रबंधक अख्तर अब्बास, फैजान अहमद, मोहम्मद आरिफ, गुलाम मोहम्मद, गयासुद्दीन, हाफिजुर रहमान, सहायक अध्यापक गयासुर रहमान, अब्दुल अलीम, अब्बास अली, बरकत अहमद ,दानिश, यासमीन अख्तर ,अरमान अहमद खान, मोहम्मद मेहंदी, साजिदा बानो, लिपिक शादाब अहमद, फहीम एजाज, मोहम्मद अरशद ,मोहम्मद शाहनवाज और चपरासी मुश्ताक अहमद के खिलाफ नामजद एफआईआर की गई है. इस मामले में अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच जारी है। आपको बताते चलें कि बीते दिनों एक आरटीआई से आजमगढ़ और मिर्जापुर के मदरसों में फर्जी नियुक्तियों का खुलासा हुआ था जिसके बाद शासन ने एसआईटी को इस पूरे मामले की जांच सौंपी थी. एसआईटी की शुरुआती जांच में ही आजमगढ़ के 20 मदरसों में फर्जी नियुक्तियों की पुष्टि हुई जिसके बाद यह एफआईआर दर्ज हुई है।